रविवार, 12 जून 2016

हाँ मैं हिन्दू हूँ

अहं ब्रह्मास्मि.
मैं ब्रह्मा हूँ.
गूंज उठेंगे पहाड़.
कांप जाएंगे मन के भीतर
घर बनाए सारे विकार
और महसूस होगा अपने भीतर आनंद ही आनंद.
क्षत्रिय भी मैं हूँ..
ब्राहमण भी मैं हूँ..
जाट भी में हु...
राजपुत और मराठा भी मैं हुँ..
हिला कर रख दे जो दुष्टोँ की हस्ती..
तूफान ओर ज्वारभाटा भी मैँ हूँ...!!!!
बाल्मीकि भी मैं हूँ.....
विदुर नीति भी मैं हुँ..
दुष्ट सिकन्दर को हराने वाला
महापुरुष भी मैं हुँ...
सर्वश्रैष्ठ गुरू चाणक्य भी मैं हुँ..
माहवीर कर्ण भी मैं हूँ...
परशुराम भी मैं हूँ...
मुरलीधर मनोहर श्याम भी मैं हूँ..
एक वचन की खातिर वनवासी बनने वाला मर्यादा पुरूषोतम श्री राम भी मैं हूँ..!!!
पृथ्वीराज चौहान ,शिवाजी और महाराणा प्रताप भी मैं हुँ..

धधकती है जो जुल्म देखकर'हिन्दुत्व'' नाम की आग भी मैं हुँ..
हाँ मैं हिन्दू हूँ...
जात पात मैं ना बाँटो मुझको...
मैं दुनिया का केन्द्र बिन्दु हुँ...
हाँ मैं हिन्दू हूँ....................

हर हर महादेव

जय श्री राम

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